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Thursday, August 11, 2016
मोटापे से हैं परेशान, तो प्रोटीओमेगा है समाधान
By Rashmi Upadhyay4:19 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #protein supplement, #ProtiOmegaNo comments
आज के समय में बिगड़े लाइफस्टाइल की वजह से हर तीसरा आदमी अपने मोटापे से परेशान है। जब मोटापा हद से ज्यादा बढ़ने लगता है तो लोग इसे कम करने के लिए बिना सोचे समझे कुछ भी हथकंडे अपना लेते हैं। अगर आप भी कुछ ऐसा ही कर रहे हैं या ऐसा करने जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि उल्टे सीधे तरह से वजन कम करना आपको बेहतर दिखने में तो मदद कर सकता है लेकिन यह आपके लिए मानसिक तौर पर बहुत हानिकारक साबित होगा। एक अच्छे तरह से वजन कम करने के लिए सबसे जरूरी है आप अपनी डाइट को हेल्दी और हल्का करें। अपने आहार में से फास्ट फूड और तले-भुने खाने को बिल्कुल नजरअंदाज करें।
हेल्दी डाइट से वजन कम से दो फायदे होते हैं। पहला-आपके शरीर में अतिरिक्त चर्बी नहीं बनती, दूसरा-वजन कम होने के साथ ही आपके शरीर में काफी एनर्जी रहती है। वैसे तो बाजारों में वजन घटाने के लिए कई तरह के फूड सप्लीमेंट मिलते हैं। लेकिन उनमें से ज्यादातर सप्लीमेंट में आर्टिफिशल शुगर और फ्लेवर के साथ ही प्रोटीन की सहीं मात्रा नहीं होती है। जिसके चलते लोगों को पेट में दर्द, पेट फूलना, गैस, कब्ज और गंदी डकारे आने की शिकायत होती है।
अगर आप एक हेल्दी सप्लीमेंट के साथ वजन कम चाहते हैं तो Dr.G wellness का आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट प्रोटीओमेगा आपकी समस्या का हल है। नेचुरल सप्लीमेंट प्रोटीओमेगा में न्यूजीलेंड की घास खाने वाली गायों के दूध से 'वे' (Whey) प्रोटीन को डाला गया है। वे प्रोटीन एनर्जी के साथ वजन कम करने का सबसे अच्छा माध्यम है। वे प्रोटीन से वजन कम करने को मेडिकल विभाग ने भी मंजूरी दी है। इसके साथ ही प्रोटीओमेगा में 'स्टीविया' की पत्तियों से कड़वे भाग को हटाकर मीठे भाग से नेचुरल स्वीटनर और 'चिया' के बीजों से नेचुरल ओमेगा-3 फैटी एसिड लिया है। फाइबर वजन कम करने के दौरान आपके शरीर की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। प्रोटीओमेगा इसलिए भी खास है क्योंकि इसके हर 20 ग्राम के पाउच में 10.87 यानि कि आधे से ज्यादा मात्रा प्रोटीन की है।
इस नेचुरल सप्लीमेंट को स्वादिष्ट बनाने के लिए प्राकृतिक 'वनिला बीन्स' से वनिला फ्लेवर लिया है। इसके अलावा इसमें कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और फैट के साथ ही कई अन्य पोषक तत्व भी शामिल हैं। प्रोटीओमेगा को खराब होने से बचाने के लिए इसमें रोजमेरी और निसिन डाला गया है।
सावधान— अगर आपके बच्चे या आप थोड़े बहुत भी मोटे हैं तो आप नेचुरल प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को अनार, अनानास और स्ट्राबेरी जैसे फलों को सादे पानी और कुछ बर्फ के टुकड़ों के साथ स्मूदी बनाकर लें। वहीं, अगर आप कम वजन या थोड़ा कमजोर हैं तो आप प्रोटीओमेगा को दूध या फिर किसी भी शेक के साथ मिलाकर ले सकते हैं।
मोटापे से हैं परेशान, तो प्रोटीओमेगा है समाधान
By Rashmi Upadhyay4:19 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #protein supplement, #ProtiOmegaNo comments
आज के समय में बिगड़े लाइफस्टाइल की वजह से हर तीसरा आदमी अपने मोटापे से परेशान है। जब मोटापा हद से ज्यादा बढ़ने लगता है तो लोग इसे कम करने के लिए बिना सोचे समझे कुछ भी हथकंडे अपना लेते हैं। अगर आप भी कुछ ऐसा ही कर रहे हैं या ऐसा करने जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि उल्टे सीधे तरह से वजन कम करना आपको बेहतर दिखने में तो मदद कर सकता है लेकिन यह आपके लिए मानसिक तौर पर बहुत हानिकारक साबित होगा। एक अच्छे तरह से वजन कम करने के लिए सबसे जरूरी है आप अपनी डाइट को हेल्दी और हल्का करें। अपने आहार में से फास्ट फूड और तले—भुने खाने को बिल्कुल नजरअंदाज करें।
हेल्दी डाइट से वजन कम से दो फायदे होते हैं। पहला— आपके शरीर में अतिरिक्त चर्बी नहीं बनती, दूसरा— वजन कम होने के साथ ही आपके शरीर में काफी एनर्जी रहती है। वैसे तो बाजारों में वजन घटाने के लिए कई तरह के फूड सप्लीमेंट मिलते हैं। लेकिन उनमें से ज्यादातर सप्लीमेंट में आर्टिफिशल शुगर और फ्लेवर के साथ ही प्रोटीन की सहीं मात्रा नहीं होती है। जिसके चलते लोगों को पेट में दर्द, पेट फूलना, गैस, कब्ज और गंदी डकारे आने की शिकायत होती है।
अगर आप एक हेल्दी सप्लीमेंट के साथ वजन कम चाहते हैं तो Dr.G wellness का आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट प्रोटीओमेगा आपकी समस्या का हल है। नेचुरल सप्लीमेंट प्रोटीओमेगा में न्यूजीलेंड की घास खाने वाली गायों के दूध से 'वे' (Whey) प्रोटीन को डाला गया है। वे प्रोटीन एनर्जी के साथ वजन कम करने का सबसे अच्छा माध्यम है। वे प्रोटीन से वजन कम करने को मेडिकल विभाग ने भी मंजूरी दी है। इसके साथ ही प्रोटीओमेगा में 'स्टीविया' की पत्तियों से कड़वे भाग को हटाकर मीठे भाग से नेचुरल स्वीटनर और 'चिया' के बीजों से नेचुरल ओमेगा-3 फैटी एसिड लिया है। फाइबर वजन कम करने के दौरान आपके शरीर की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। प्रोटीओमेगा इसलिए भी खास है क्योंकि इसके हर 20 ग्राम के पाउच में 10.87 यानि कि आधे से ज्यादा मात्रा प्रोटीन की है।
इस नेचुरल सप्लीमेंट को स्वादिष्ट बनाने के लिए प्राकृतिक 'वनिला बीन्स' से वनिला फ्लेवर लिया है। इसके अलावा इसमें कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और फैट के साथ ही कई अन्य पोषक तत्व भी शामिल हैं। प्रोटीओमेगा को खराब होने से बचाने के लिए इसमें रोजमेरी और निसिन डाला गया है।
सावधान— अगर आपके बच्चे या आप थोड़े बहुत भी मोटे हैं तो आप नेचुरल प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को अनार, अनानास और स्ट्राबेरी जैसे फलों को सादे पानी और कुछ बर्फ के टुकड़ों के साथ स्मूदी बनाकर लें। वहीं, अगर आप कम वजन या थोड़ा कमजोर हैं तो आप प्रोटीओमेगा को दूध या फिर किसी भी शेक के साथ मिलाकर ले सकते हैं।
Wednesday, August 10, 2016
जानिए, हमारे शरीर के लिए क्यों जरूरी है प्रोटीन?
By Rashmi Upadhyay6:26 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #protein supplement, #ProtiOmegaNo comments
एक स्वस्थ शरीर के लिए अपने आहार में प्रोटीन को शामिल करना बेहद जरूरी है। प्रोटीन रहित भोजन से स्वस्थ और बीमारी मुक्त जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लेकिन यहां हम आपको यह भी बताते चल रहे हैं कि आप चाहे शाकाहारी हैं या मांसाहारी, दोनों ही स्थिति में आपको प्रोटीन की बेहद जरूरत है।
क्यों? क्योंकि, आज के समय में प्रोटीन की सही मात्रा ना तो शाकाहारी भोजन में है और ना ही मांसाहारी भोजन में मौजूद है। सिर्फ यही कारण है कि हम लोग बिना वजह लाइफस्टाइल और पेट से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खाने में प्रोटीन को नजरअंदाज कर हम अपनी जिंदगी के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं? जी हां, शायद आप यह नहीं जानते कि प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए बेहद जरूरी है।
चाहे बच्चा हो, बूढ़ा हो या फिर कोई जवान, प्रोटीन हर किसी के शरीर के विकास और उसे बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन आज के मिलावट खोर समय में बाजारों में मिलने वाली किसी भी चीज से प्रोटीन मिलने की उम्मीद को बेवकूफी कहना गलत नहीं होगा। दूध, दही, पनीर और सब्जियों से लेकर दाल तक हर किसी में मिलावट की बात सामने आ चुकी है। यहां तक कि प्रोटीन के नाम पर बिकने वाले ज्यादातर सप्लीमेंट्स में भी वास्तव में सही मात्रा में प्रोटीन नहीं होता है। ऐसे में हम आपको यहां सावधान कर रहे हैं कि आप जब भी प्रोटीन के लालच में कोई चीज खरीदें तो पहले उस प्रॉडक्ट में इस्तेमाल की गई सामग्रियों पर जरूर नजर डालें।
क्यों जरूरी है प्रोटीन
आप चाहे खूबसूरत दिखना चाहते हैं, बॉडी बनाना चाहते हैं या अपनी हाईट में ग्रोथ चाहते हैं हर चीज के लिए आपको प्रोटीन की जरूरत होती है। आइए इसके अलावा हम आपको प्रोटीन से मिलने वाले ऐसे 10 फायदों के बारे में बताते हैं जिन्हें आपका जानना बेहद जरूरी है।
1) प्रोटीन की मदद से ही हम अपने रोजमर्रा के कामों को अच्छी तरह कर सकते हैं
2) एक्सरसाइज के बाद प्रोटीन का सेवन करने से मांसपेशियों में अधिक मजबूती आती है
3) नाखून और बालों के बढ़ने का माध्यम सिर्फ प्रोटीन है
4) प्रोटीन के नियमित सेवन से ही हम एक स्वस्थ पाचन तंत्र पा सकते हैं
5) प्रोटीन में पर्याप्त मात्रा में मौजूद अमीनो एसिड्स मांसपेशियों को तंदरुस्त और मजबूत बनाते हैं।
6) WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मुताबिक हर किसी को प्रति किलोग्राम पर 1 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। यानि कि अगर किसी का वजन 50 किलो है तो उसे रोजाना 50 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए
7) प्रोटीन को शरीर के लिए सबसे जरूरी माइक्रोन्युट्रिएंट्स में से एक कहा जाता है
8) प्रोटीन हमारी शारीरिक और मानसिक क्षमता को बढ़ाने मेें मदद करता है
बच्चों के लिए दूध और प्रोटीओमेगा की जोड़ी है शानदार
By Rashmi Upadhyay5:53 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #protein supplement, #ProtiOmegaNo comments
आजकल बच्चे दूध के स्वाद को बेकार कहकर इसे पीने से बचते हैं। जबकि दूध एक अकेला ऐसा पदार्थ है जिसमें प्रोटीन की भारी मात्रा मौजूद होती है। ऐसी स्थिति में अभिभावक दूध के पौष्टिक तत्वों को बच्चों तक पहुंचाने के लिए बाजारों से तरह-तरह के सप्लीमेंट्स खरीद कर लाते हैं, ताकि उन्हें दूध में मिलाकर बच्चों को दिया जा सके। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाजारों में मिलने वाले ज्यादातर सप्लीमेंट्स में प्रोटीन तो होता है लेकिन वह बच्चों में विकास की दर को बढ़ाने में कामयाब साबित नहीं हो पाता? ऐसे में परिजनों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है कि वह प्रोटीन के लिए आखिर अपने बच्चों को क्या दें।
आज के भागदौड़ भरे समय में बच्चों में अनियमित खानपान का प्रभाव रहता है। ऐसे में आप अपने बच्चों की बेहतर ग्रोथ और उनके सम्पूर्ण विकास के लिए किसी अच्छे हेल्थ सप्लीमेंट का प्रयोग कर सकते हैं। Dr.G wellness का आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट प्रोटीओमेगा आपकी इस समस्या का हल साबित हो सकता है। प्रोटीओमेगा एक ऐसा हेल्दी सप्लीमेंट है जो बच्चों में शारीरिक के साथ-साथ मानसिक ग्रोथ करने में भी मददगार है।
क्यों खास है प्रोटीओमेगा
1) प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और फैट के साथ ही कई ऐसे पौष्टिक तत्व हैं जिसके नियमित सेवन से बच्चों को अतिरिक्त एनर्जी मिलती है।
2) प्रोटीओमेगा में बच्चों की पसंद को ध्यान में रखते हुए वनिला बीन्स से नेचुरल वनिला फ्लेवर को लिया गया है। जिससे इस हेल्थ सप्लीमेंट का स्वाद काफी अच्छा बना है।
3) इसमें आर्टिफिशल स्वीटनर के बजाय स्टीविया की पत्तियों से कड़वे भाग को हटाकर मीठे भाग से नेचुरल स्वीटनर लिया है।
4) इस आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट में न्यूजीलेंड की घास खाने वाली गायों के दूध में पाया जाने वाले वाला (Whey) प्रोटीन है।
5) प्रोटीओमेगा के 20 ग्राम के पाउच में 10.87 यानि कि आधे से ज्यादा मात्रा प्रोटीन की है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड को चिया के बीजों से लिया गया है। जो पूरी तरह नेचुरल हैं।
6) प्रोटीओमेगा को पेट की बीमारी से जुड़े मरीज और लेक्टोस इन्टालरेंट के लोग भी ले सकते हैं। इस हेल्थ सप्लीमेंट से पेट फूलना, गैस, गंदी डकारें आना और पेट से जुड़ी अन्य बीमारियों के होने का बिल्कुल भी खतरा नहीं है।
7) प्रोटीओमेगा को खराब होने से बचाने के लिए इसमें रोजमेरी और निसिन का इस्तेमाल किया गया है।
विशेष— ध्यान रखें कि अगर आपके बच्चे या आप थोड़े बहुत भी मोटे हैं तो आप प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को अनार, अनानास और स्ट्राबेरी जैसे फलों की स्मूदी और पानी के साथ लें। वहीं, अगर आप कम वजन या थोड़ा कमजोर हैं तो आप प्रोटीओमेगा को दूध या फिर किसी भी शेक के साथ मिलाकर ले सकते हैं।
पेट की समस्या से हैं परेशान, तो अपनाएं 'प्रोटीओमेगा'
By Rashmi Upadhyay5:20 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #ProtiOmegaNo comments
चाहे बच्चा हो या बड़ा, हर व्यक्ति एक स्वस्थ शरीर की चाहत रखता है। लेकिन आज के तनाव भरे जीवन, अनियमित और दूषित खानपान के चलते पेट फूलना, खट्टी डकारे आना और कांस्टीपेशन जैसी बीमारी का होना आम बात हो गई है। सबसे गंभीर बात यह है कि पेट की समस्या से जुड़ी ऐसी बीमारियां अकेले नहीं बल्कि अपने साथ और भी कई तरह की जानलेवा बीमारियां साथ लाती हैं। हालांकि ऐसी बीमारियों का संकेत आपका खराब पाचन तंत्र है।
क्या है इसका उपाय?
अगर इंसान का पेट सही नहीं है तो उसे अस्वस्थ कहने में कोई दोराय नहीं है। क्योंकि पेट से ही सभी बीमारियों की शुरुआत होती है। अगर आप या आपका बच्चा समय पर घर का खाना नहीं खा पा रहे हैं या समय पर खाना खाने के बावजूद आपको शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होती है तो आप अलग से कोई प्रोटीन सप्लीमेंट ले सकते हैं। क्योंकि हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए प्रोटीन की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
अगर आप कोई ऐसे सप्लीमेंट की तलाश कर रहे हैं जिसमें नेचुरल प्रोटीन हो और इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी ना हो तो Dr.G wellness के आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट 'प्रोटीओमेगा' आपकी समस्या का हल है। क्योंकि प्रोटीओमेगा आयुर्वेदिक सप्लीमेंट को अच्छे स्वास्थ्य का सूचक कहा जाता है।
क्यों खास है प्रोटीओमेगा
इस आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट में न्यूजीलेंड की घास खाने वाली गायों के दूध में पाए जाने वाले वे (Whey) प्रोटीन को शामिल किया है। इसके साथ ही प्रोटीओमेगा में स्टीविया की पत्तियों से कड़वे भाग को हटाकर मीठे भाग से नेचुरल स्वीटनर और वनिला बीन्स से नेचुरल वनिला फ्लेवर को मिश्रित किया है। इसमें 2.6 ग्राम फाइबर है। फाइबर पेट में मौजूद गंंदगी को शरीर से बाहर निकाल कर हमारे पाचन तंत्र को चुस्त बनाता है। प्रोटीओमेगा को खराब होने से बचाने के लिए इसमें रोजमेरी और निसिन का इस्तेमाल किया गया है।
बाजार में मिलने वाल ज्यादातर हेल्थ सप्लीमेंट से पेट फूलना, गैस, गंदी डकारें आना और पेट से जुड़ी अन्य बीमारियों के होने का खतरा रहता है। जबकि Dr.G का आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट 'प्रोटीओमेगा' ऐसा सप्लीमेंट है जिससे पेट से जुड़ी बीमारी होना तो दूर इसे लेक्टोस इन्टालरन्ट (जिन्हें दूध नहीं पचता) की समस्या से परेशान लोग भी इसका आराम से इस्तेमाल कर सकते हैं।
विशेष— ध्यान रखें कि अगर आपके बच्चे या आप थोड़े बहुत भी मोटे हैं तो आप प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को अनार, अनानास और स्ट्राबेरी जैसे फलों की स्मूदी और पानी के साथ लें। वहीं, अगर आप कम वजन या थोड़ा कमजोर हैं तो आप प्रोटीओमेगा को दूध या फिर किसी भी शेक के साथ मिलाकर ले सकते हैं।
प्रोटीन सप्लीमेंट में 'आर्टिफिशल स्वीटनर' से रहे सावधान
By Rashmi Upadhyay4:40 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #protein supplement, #ProtiOmegaNo comments
समय पर खाना खाने के बावजूद आजकल अक्सर लोगों को शरीर में थकान और कमजोरी की शिकायत रहती है। ऐसा सिर्फ होता है क्योंकि हमारे खाने में प्रोटीन का अभाव होता है। शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर अधिकतर लोग प्रोटीन सप्लीमेंट का सहारा लेते हैं। लेकिन कई बार हम लोग जानकारी के अभाव में गलत सप्लीमेंट्स का चयन कर लेते हैं। क्या आप जानते हैं कि आजकल मार्किट में बिजनेस को लेकर इतनी होड़ है कि व्यापारी टेस्ट बढ़ाने के लिए लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने में जरा भी नहीं कतराते हैं?
आजकल बाजारों में कई ऐसे सप्लीमेंट्स भी मिल रहे हैं जिनमें आर्टिफिशल स्वीटनर और फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप अब यह सोच रहे हैं कि यह जानकारी आपके लिए नहीं है क्योंकि आप हमेशा ब्रैंडिड उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है। क्योंकि मिलावट और छेड़छाड सिर्फ गुमनाम उत्पादों के साथ ही नहीं बल्कि कई बार नामी उत्पादों में भी देखने को मिल सकती है। इसलिए कोई भी हेल्थ उत्पाद खरीदने से पहले आर्टिफिशल स्वीटनर से सावधान रहें।
क्या है इसके दुष्प्रभाव
आर्टिफिशल स्वीटनर को डॉक्टरों की भाषा में सफेद जहर कहा जाता है। यानि कि अगर आप आर्टिफिशल स्वीटनर से बने सप्लीमेंट्स का ज्यादा समय तक प्रयोग करते हैं तो आप कोई गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
प्रोटीओमेगा है सही विकल्प
समय पर खाना खाने के बावजूद शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होने पर Dr.G wellness का आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट 'प्रोटीओमेगा' आपकी इस समस्या का हल है। प्रोटीओमेगा में स्टीविया की पत्तियों से कड़वे भाग को हटाकर मीठे भाग से नेचुरल स्वीटनर लिया गया है। यानि कि इस सप्लीमेंट में बिल्कुल भी आर्टिफिशल स्वीटनर नहीं है।
प्रोटीओमेगा एक ऐसा सप्लीमेंट है जिसके महज 20 ग्राम के पाउच में 10.87 ग्राम यानि कि आधे से ज्यादा मात्रा प्रोटीन की है। इसमें न्यूजीलैंड की घास खाने वाली गायों के दूध में पाए जाने वाले वे (Whey) प्रोटीन को लिया गया है। इसके साथ ही इसमें चिया सीड्स से ओमेगा-3 फैटी एसिड को लिया गया है। साथ ही इसमें कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर, फैट के साथ ही कई पोषक तत्व भी मौजूद हैं। नेचुरल स्वीटनर के साथ ही इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए प्राकृतिक वनिला बीन्स से वनिला फ्लेवर को लिया गया है।
प्रोटीओमेगा को खराब होने से बचाने के लिए इसमें रोजमेरी और निसिन का इस्तेमाल किया गया है। इस आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके इस्तेमाल से पेट से जुड़ी कोई भी बीमारी नहीं होती है। बल्कि इसे लेक्टोस इन्टालरन्ट (जिन्हें दूध नहीं पचता) की समस्या से परेशान लोग भी ले सकते हैं।
विशेष— ध्यान रखें कि अगर आपके बच्चे या आप थोड़े मोटे हैं तो आप प्रोटीओमेगा को सिर्फ अनार, अनानास, और स्ट्राबेरी जैसे फलों की स्मूदी या पानी के साथ ले सकते हैं। अगर आप पतले या कमजोर हैं तो आप प्रोटीओमेगा को दूध या शेक के साथ ले सकते हैं। प्रोटीओमेगा का इस्तेमाल इतना आसान है कि आप इसे सफर के दौरान भी ले सकते हैं।
बच्चों में सम्पूर्ण विकास के लिए मददगार है 'प्रोटीओमेगा'
By Rashmi Upadhyay4:07 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #ProtiOmegaNo comments
पहले के समय में बच्चा लगभग 20 साल की उम्र के बाद अपने बराबर के बच्चों के साथ पढ़ाई और करियर को लेकर प्रतिस्पर्धा करता था। लेकिन आज के एडवांस समय को देखते हुए अक्सर माता-पिता छोटी सी उम्र में ही अपने बच्चों को उम्मीदों का टोकरा थमा देते हैं। ऐसी स्थिति में अगर बच्चा अपने परिजनों की उम्मीद पर खरा उतर गया तब तो ठीक, नहीं तो परिजन सफल बच्चों का उदाहरण देकर अपने बच्चों को उनकी प्राकृतिक क्षमता से भी कमजोर बना देते हैं।
संघर्षी वातावरण में हम लोग इतने अंधे हो गए हैं कि अपने बच्चों के खानपान पर ध्यान ही नहीं देते हैं। जबकि हकीकत यह है कि जब तक बच्चों के आहार में प्रोटीन शामिल नहीं होगा तक तक बच्चें एक स्वस्थ शरीर नहीं पा सकते। बच्चों के खानपान का स्तर ही उनकी मानसिक क्षमता को भी तय करता है।
आजकल का खानपान
आजकल बच्चे फास्ट फूड खाने के इतने आदि हो गए हैं कि उन्हें घर का बना खाना फीका लगता है। एक तो शहरों का प्रदूषण भरा माहौल और दूसरा बच्चों का बेकार खानपान उनके संपूर्ण विकास पर विराम लगा देता है। जिससे बच्चें छोटी सी उम्र में ही शारीरिक रूप से अस्वस्थ और कई गंभीर बीमारियों से घिरने लगते हैं।
हर माता पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा स्वस्थ रहें। इस स्थिति में परिजन बच्चों के विकास के लिए बाजारों से हेल्थ सप्लीमेंट और दवाईयां लाते हैं और अपने बच्चों को उनका सेवन करने के लिए दबाव डालते हैं। जिससे अक्सर बच्चों में पेट फूलना, गैस, गंदी डकारे आना और पेट से जुड़ी अन्य बीमारियों के होने का खतरा रहता है।
संपूर्ण विकास के लिए सिर्फ प्रोटीओमेगा
Dr.G Wellness का आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट प्रोटीओमेगा यानि कि प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य पोषक तत्वों से बना एक ऐसा हेल्थ सप्लीमेंट है जो बच्चों में सम्पूर्ण विकास करने में पूरी मदद करता है। इस हेल्थ सप्लीमेंट में न्यूजीलैंड की घास खाने वाली गायों के दूध में पाए जाने वाले वे (Whey) प्रोटीन को लिया गया है। चिया सीड से ओमेगा-3 फैटी एसिड और स्टीविया की पत्तियों से कड़वे भाग को हटाकर मीठे भाग से नेचुरल स्वीटनर लिया गया है।
रोजाना एक पाउच प्रोटीओमेगा हेल्थ सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से आपका बच्चा स्वस्थ रहने के साथ ही लाइफस्टाइल बीमारियों से भी दूर रहेगा। प्रोटीओमेगा के 20 ग्राम के पाउच में 10.87 ग्राम यानि कि आधे से ज्यादा मात्रा प्रोटीन की है। बच्चे अक्सर स्वादिष्ट चीजों का ही सेवन करते हैं। इसलिए प्रोटीओमेगा में प्राकृतिक वनिला बीन्स से वनिला फ्लेवर को लिया गया है। प्रोटीओमेगा को खराब होने से बचाने के लिए इसमें रोजमेरी और निसिन का इस्तेमाल किया गया है। इस लिहाज से आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट 'प्रोटीओमेगा' पूरी तरह सुरक्षित है। प्रोटीओमेगा की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके इस्तेमाल से पेट से जुड़ी कोई भी बीमारी नहीं होती है। बल्कि इसे लेक्टोस इन्टालरन्ट (जिन्हें दूध नहीं पचता) की समस्या से परेशान लोग भी ले सकते हैं।
विशेष— यह सप्लीमेंट बच्चों के साथ ही हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है। ध्यान रखें कि अगर आपके बच्चे या आप थोड़े मोटे हैं तो आप प्रोटीओमेगा को अनार, अनानास और स्ट्राबेरी जैसे फलों की स्मूदी या पानी के साथ दे सकते हैं। अगर आप पतले या कमजोर हैं तो आप प्रोटीओमेगा को दूध या शेक के साथ ले सकते हैं। प्रोटीओमेगा का इस्तेमाल इतना आसान है कि आप इसे सफर के दौरान भी ले सकते हैं।
प्रोटीओमेगा करता है बच्चों का बेहतर मानसिक विकास!
By Rashmi Upadhyay3:37 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #protein supplement, height problemNo comments
वैसे तो बाजार में आपको कई तरह के प्रोटीन सप्लीमेंट्स मिल जाएंगे। लेकिन हम यहां आपको सावधान करना चाहते हैं कि उन सप्लीमेंट्स में आर्टिफिशल स्वीटनर और फ्लेवर मिला हो सकता है। जिससे बच्चों में पेट फूलना, गैस, गंदी डकारें आना और पेट से जुड़ी अन्य बीमारियों के होने का खतरा रहता है।
ऐसे में हम आपको सलाह देते हैं कि आप अपने बच्चे के स्वस्थ शरीर और बेहतर मानसिक विकास के लिए Dr.G Wellness के आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट 'प्रोटीओमेगा' को इस्तेमाल कर सकते हैं। इस आयुर्वेदिक सप्लीमेंट में वे (Whey) प्रोटीन है। यानि कि ऐसा प्रोटीन जिसे अनाज नहीं बल्कि न्यूजीलैंड की घास खाने वाली गायों के दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन से लिया गया है। यह प्रोटीन बच्चों की दिमागी सेल्स (Cells) को मजबूत करने के साथ ही उनकी स्मरण शक्ति को भी तेज करता है।
प्रोटीओमेगा में चिया के बीजों से प्राकृतिक ओमेगा-3 फैटी एसिड को लिया गया है। ओमेगा-3 मस्तिष्क के विकास और उसकी बेहतर गतिविधि के लिए मददगार साबित होता है। इसके अलावा इसमें स्टीविया की पत्तियों से कड़वे भाग को हटाकर मीठे भाग से नेचुरल स्वीटनर लिया गया है। यानि कि प्रोटीओमेगा में आर्टिफिशल स्वीटनर बिल्कुल भी नहीं है।
प्रोटीओमेगा के महज 20 ग्राम के पाउच में 2.6 ग्राम फाइबर और 5.29 ग्राम कॉर्बोहाइड्रेट है। कॉर्बोहाइड्रेट बच्चों को हर वक्त ऊर्जावान रखता है। प्रोटीओमेगा को खराब होने से बचाने के लिए इसमें रोजमेरी और निसिन का इस्तेमाल किया गया है। इस लिहाज से आयुर्वेदिक हेल्थ सप्लीमेंट 'प्रोटीओमेगा' पूरी तरह सुरक्षित है।
अगर आप यह सोच रहे हैं कि प्रोटीओमेगा पूरी तरह से प्राकृतिक होने के बावजूद स्वाद में तीखा होगा और आपके बच्चे इसे पसंद नहीं करेंगे, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बच्चों की पंसद को ध्यान में रखते हुए प्रोटीओमेगा में वनिला बीन्स से वनिला फ्लेवर लिया गया। जो स्वाद में बेहद अच्छा है। Dr.G कहते हैं कि प्रोटीओमेगा के नियमित सेवन से बच्चों का मानसिक विकास बेहतर होता है। प्रोटीओमेगा की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके इस्तेमाल से पेट से जुड़ी कोई भी बीमारी नहीं होती है। बल्कि इसे लेक्टोस इन्टालरन्ट (जिन्हें दूध नहीं पचता) की समस्या से परेशान लोग भी ले सकते हैं।
विशेष— ध्यान रखें कि अगर आपके बच्चे थोड़े मोटे हैं तो आप प्रोटीओमेगा को अनार, अनानास और स्ट्राबेरी की स्मूदी या पानी के साथ ले सकते हैं। अगर आपके बच्चे पतले या कमजोर हैं तो आप प्रोटीओमेगा को दूध या शेक के साथ ले सकते हैं। प्रोटीओमेगा का इस्तेमाल इतना आसान है कि आप इसे से कपफप ररया बिजी रहने पर भी ले सकते हैं।
Wednesday, August 3, 2016
क्या आपके बच्चे भी नहीं ले रहे हैं चैन की नींद?
By Rashmi Upadhyay3:16 AM#CHILD DEVELOPMENT, #childrengrowth, #computer, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #ProtiOmega, sleepNo comments
अगर आपके बच्चे भी रात को भरपूर नींद नहीं ले पा रहे हैं तो यह ना सिर्फ उन्हें शारीरिक बल्कि मानसिक बीमारी होने का भी संकेत करता है। क्योंकि जब दिनभर की थकान के बाद बच्चा बिस्तर पर जाता है तो उसे तुरंत नींद आती है और यह एक स्वस्थ शरीर की पहचान भी है। क्या आप जानते हैं कि भरपूर नींद के अभाव कितनी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं? नींद के अभाव में होने वाली बीमारियों में दिल का दौरा, डिमेंशिया, डिप्रेशन, आखों का कमजोर होना, मोतियाबिंद, मिर्गी के दौरे पड़ना और पाचन तंत्र बिगड़ना जैसी बीमारियां शामिल हैं।
क्यों नहीं आती बच्चों को नींद
आजकल के बच्चों पर स्कूल-ट्यशन की पढ़ाई और हर जगह खुद को सर्वश्रेष्ठ दिखाने का प्रेशर बना रहता है। अगर आप यह सोच रहे हैं कि आजकल के एडवांस समय में बच्चों को यह सब करना ही पड़ता है तो यह आपकी गलतफहमी है। नींद ना आने का कारण प्रेशर से ज्यादा हमारे खानपान पर निर्भर करता है। आजकल के बच्चे फास्टफूड खाने के इतने आदि हो गए हैं कि उन्हें घर का बना जहर लगता है।
ऐसी स्थिति में माता पिता होने के नाते आपका फर्ज बनता है कि आज अपने बच्चों को खाने से अलग प्रोटीन दें। हम आपको सलाह देंगे कि आप बाजार से कैमिकल सप्लीमेंट खरीदने के बजाय Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का इस्तेमाल करिए। इस सप्लीमेंट में प्रोटीन, ओमेगा-3, फैट, कॉर्बोहाईड्रेट के साथ ही कई ऐसे पोषक तत्व शामिल हैं जो बच्चों को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रखते हैं। जब बच्चा स्वस्थ होगा तो उसे भरपूर नींद लेने से कोई नहीं रोक सकता है।
Saturday, July 30, 2016
बोरिक एसिड बन रहा है आपके लिए जानलेवा!
By Rashmi Upadhyay6:06 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #positive, #ProtiOmega, boricacidNo comments
बोरिक एसिड ऐसा सूक्ष्म तत्व है जिसका प्रयोग अधिकतर पौधों और खाने की चीजों को कीड़े मकोड़ों और फंगस के प्रभाव से बचाने से लिए किया जाता है। लेकिन आजकल व्यापारी अपने माल को बचाने के लिए हर चीज में बोरिक एसिड का इस्मेमाल कर रहे हैं। व्यापारी पैसों के लालच में इतने अंधे हो जाते हैं कि उन्हें ये डर भी नहीं रहता कि बोरिड एसिड का इस्मेमाल आटे, चावल जैसे खाद्य पदार्थों में करने पर हमारी सेहत के साथ कितना बड़ा खिलवाड़ हो रहा है।
आपको अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ करवाना है या नहीं यह सोचना आपके हाथ में है। क्योंकि आजकल हर चीज के साथ मिलावट की जा रही है। इसलिए हम आपको यही सलाह देेंगे कि आप खुद को बीमारियों से बचाने के लिए अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन और पोषक तत्वों को इस्तेमाल करें। इसके लिए आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का इस्मेमाल कर सकते हैं। इस सप्लीमेंट में प्रोटीन, ओमेगा 3, ओमेगा 6 के साथ ही ऐसे पोषक तत्व शामिल हैं जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ ही आपको हर तरह की बीमारियों की चपेट में आने से बचाते हैं।
मुंह की बदबू कर रही हो शर्मिंदा तो, अपनाएं ये
By Rashmi Upadhyay4:27 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #ProtiOmega, bad breathe, mouthsmellNo comments
आप चाहे कितने भी खूबसूरत हैं अगर आपके मुंह से बदबू आती है तो वो आपकी पर्सनेलिटी पर ऐसा धब्बा लगाती है कि सामने वाला आपके पास आने से दूर भागता है। ऐसे लोगों में आत्वविश्वास होना तो दूर ये ना तो कभी अपने पार्टनर के साथ रोमांटिक बातें कर सकते हैं और ना ही कभी आॅफिस में चार आदमियों के साथ बैठकर मीटिंग कर सकते हैं।
आमातौर पर 40 साल से ऊपर के लोगों को मुंह से बदबू आने की शिकायत रहती है, लेकिन आजकल खराब खानपान और तनाव भरा जीवन के चलते युवा भी इसका शिकार हो रहे हैं। दूषित और ज्यादा तला-भुना खाना खाने से गंदा तेल हमारे फेफड़ों में जमा हो जाता है और हमारा पाचन तंत्र भी ठीक से काम करना बंद देता है। जिसके चलते पेट में जमा हुआ यह खाना हमारे मुंह से बदबू के द्वारा बाहर निकलता है।
इसलिए अगर आप मुंह से आने वाली बदबू से छुटकारा पाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने खाने में प्रोटीन को शामिल कीजिए। इसके लिए आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस सप्लीमेंट में प्रोटीन, ओमेगा 3, ओमेगा 6, कैल्शियम, फाइबर, आयरन, फैट, एनर्जी समेत कई ऐसे पोषक तत्व शामिल हैं जो हमारे पेट और शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रखते हैं। जब आप स्वस्थ होंगे तो आपके मुंह से कभी बदबू नहीं आ सकती है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या किसी भी शेक्स के साथ लेकर आप मुंह से बदबू जैसी शर्मनाक बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं।
Thursday, July 28, 2016
ऐसे जानें आपका लीवर सही है या नहीं!
By Rashmi Upadhyay5:33 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #healthcare, #healthtips, #liver, #protein, #ProtiOmega, liverprotectionNo comments
लीवर हमारे शरीर का जितना महत्वपूर्ण अंग है उतना ही यह संवेदनशील भी है। लीवर के खराब होते ही खाना पचाने में दिक्कतें आने के साथ ही हम कई तरह से बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। दरअसल जब लोग जरूरत से ज्यादा मोटे या पतले होते हैं तो वह खुद को फिट रखने के सपने से बाजारों में मिलने वाले तरह-तरह के सप्लीमेंट इस्तेमाल करते हैं। जिसमें अक्सर अक्सर जरूरत से ज्यादा लेड और पोटैशियम की मात्रा होने के चलते हमारे लीवर को नुकसान होना शुरू हो जाता है।
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हमें एक हेल्दी डाइट की जरूरत होती है। जो आजकल भागदौड़ और अनियमित खानपान के चलते पूरी नहीं हो पा रही है। अगर आप ज्यादा व्यस्त रहते हैं और प्रोटीन की पहुंच से दूर हैं तो आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का प्रयोग कर सकते हैं।
इस सप्लीमेंट में ऐसे प्राकृतिक तत्वों का मिश्रण है जो लीवर को मजबूत करने में मदद करता है। इसके अलावा इस सप्लीमेंट में प्रोटीन के साथ ही ओमेगा- 3 और 6, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई पोषक तत्व भी मौजूद हैं। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप अपने लीवर को उम्रभर के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हमें एक हेल्दी डाइट की जरूरत होती है। जो आजकल भागदौड़ और अनियमित खानपान के चलते पूरी नहीं हो पा रही है। अगर आप ज्यादा व्यस्त रहते हैं और प्रोटीन की पहुंच से दूर हैं तो आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का प्रयोग कर सकते हैं।
इस सप्लीमेंट में ऐसे प्राकृतिक तत्वों का मिश्रण है जो लीवर को मजबूत करने में मदद करता है। इसके अलावा इस सप्लीमेंट में प्रोटीन के साथ ही ओमेगा- 3 और 6, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई पोषक तत्व भी मौजूद हैं। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप अपने लीवर को उम्रभर के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
मोटापा बढ़ने के इस कारण को जानकर हैरान रह जाएंगे आप!
By Rashmi Upadhyay4:23 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #healthcare, #healthtips, #heartattack, #lifestylediseases, #obesity, #protein, #ProtiOmega, overweightNo comments
आज के समय में हमारे देश में करीब 80 फीसदी लोग मोटापे से परेशान हैं। मोटापा ना सिर्फ आपकी पर्सनेलिटी को खराब करता है बल्कि यहीं से सभी बीमारियों की शुरुआत भी होती है। अक्सर लोेगों की शिकायत होती है कि तमाम प्रयासों के बावजूद उनका मोटापा नहीं घट रहा है।
मोटापे का सीधा कारण हमारा अनियमित खानपान, खराब जीवनशैली और तनाव भरा जीवन है। जी हां, ना सिर्फ तले-भुने खानपान बल्कि तनाव लेने से भी मोटापा बढ़ता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने आहार में अधिक से अधिक मात्रा में प्रोटीन और फाइबर को शामिल करेंं।
क्या आप भी अक्सर कमजोरी और थकान महसूस करते हैं?
प्रोटीन के सेवन से हमें एनर्जी मिलती है और यह हमारे शरीर से एक्सट्रा फैट को कम करके हमारा मेटाबालिज्म बढ़ता है। प्रोटीन लेने के लिए आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें प्रोटीन के साथ ही ओमेगा, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई ऐसे तत्व मौजूद हैं जो आपके शरीर से एक्सट्रा फैट को बर्न करके एक सुडोल शरीर प्रदान करता है। इसकी खासियत यह है कि इसका सेवन करना बहुत आसान है। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रह सकते हैं।
क्या आप भी अक्सर कमजोरी और थकान महसूस करते हैं?
By Rashmi Upadhyay3:57 AM#depression, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #ProtiOmega, #weaknessNo comments
कमजोरी, थकान और तनाव होना आज के समय में लगभग हर किसी की शिकायत रहती है। अक्सर हम लोग इसे अपने काम और प्रैसर से जोड़ते हैं, जबकि शरीर में कमजोरी और थकान महसून होना पूरी तरह से हमारे खानपान और शरीर के आराम पर निर्भर करता है।
घरेलू महिलाएं अक्सर घर का काम और घर के सदस्यों की मांगे पूरी करने में रह जाती है। सुबह से शाम तक सबके काम करते-करते वह खुद की सेहत पर ध्यान देना भूल जाती है और अनियमित खानपान की आदि हो जाती है।
इसलिए आजकल ज्यादा हो रहा है फेफड़ों में कैंसर
कमजोर का इलाज सिर्फ प्रोटीओमेगा
कमजोरी से निजात पाना और स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा और सरल तरीका है आप अपने खानपान में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन और फाइबर को शामिल करें। लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वह प्रोटीन की तलाश करें। इसलिए हम आपको Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट के बारे में बता रहे हैं। इसमें प्रोटीन और ओमेगा के साथ ही ऐसे पोषक तत्व शामिल हैं जो आपकी मांसपेशियों को अंदर से मजबूत करने के साथ आपको एक स्वस्थ शरीर प्रदान करते हैं।
प्रोटीओमेगा का सेवन करना भी बहुत आसान है। इसे पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रह सकते हैं।
Wednesday, July 27, 2016
बीमारियों से रहना है दूर तो बदलिए लाइफस्टाइल
By Rashmi Upadhyay3:53 AM#digestionproblem, #disease, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #lifestylediseases, #protein, #ProtiOmega, #supplementNo comments
आधे से ज्यादा बीमारियों की चपेट में हम अपने खराब लाइफस्टाइल की वजह से आते हैं। यानि कि लगभग आधे से ज्यादा बीमारियों के लिए हम खुद ही जिम्मेदार होते हैं। इसलिए बीमारी के वक्त मौसम या किसी और चीज को कोसना बंद कीजिए। कैसे? वो ऐसे कि हमारे खानपान का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। यदि हम दूषित और अनियमित खानपान को अपनाएंगे तो 99 प्रतिशत हमारा बीमार पड़ता लाजमी है।
लाइस्टाइल बीमारियां
लाइस्टाइल बीमारियां यानि कि जैसे इन दिनों मानसून का मौसम चल रहा है। अगर हम ऐसे मौसम में ज्यादा फास्ट फूड और गंदा खाना खाएंगे तो हमें वायरल बुखार, पीलिया, हैजा, कमजोरी, मोटापा और टाइफाइड जैसे रोग निश्चित तौर पर लगेंगे।
प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट
इन सब से बचने का सबसे अच्छा माध्यम है कि हम एक हेल्दी डाइट अपनाएं और अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन को शामिल करें। प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, ओमेगा और कई पोषक तत्वों से बना Dr.G wellness का प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट आपको लाइफस्टाइल बीमारियोंं से बचाने के साथ ही आपको एक स्वस्थ शरीर प्रदान कर सकता है। इस सप्लीमेंट की खासियत यह है कि यह हमारे पेट में फंसें गंदे मल को एनस के द्वारा बाहर निकाल देता है और हमको एक स्वस्थ शरीर प्रदान करता है। इस सप्लीमेंट को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ लिया जा सकता है।
प्रोटीओमेगा से चुटकी भर में दूर होता है सिर दर्द
By Rashmi Upadhyay1:13 AM#brainhealth, #depression, #headache, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, healthy-thoughtsNo comments
मौजूदा समय में चाहे बुजुर्ग हो या युवा हर कोई अपने अनियमित खानपान के चलते सिर दर्द जैसे भयानक रोग से रात-दिन जूझता है। सिर दर्द ऐसा रोग है जो दिखता तो मामूली है लेकिन इसका पीड़ित ही जानता है कि उसके लिए एक-एक पल काटना कितना मुश्किल होता है। जब सिर दर्द अपनी सीमा पार कर देता तो यह माइग्रेन और डिप्रेशन का रूप लेकर जानलेवा साबित भी हो जाता है। अक्सर सिर दर्द प्रोटीन की कमी और दूषित खानपान के चलते शरीर में होने वाली कमजोर से होता है। इसलिए अगर हम अपने आहार में प्रोटीन को शामिल करें तो हम सिर दर्द को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
प्रोटीन मतलब प्रोटीओमेगा
Dr.G wellness का प्रोटीओमेगा ऐसा सप्लीमेंट है जिसमें प्रोटीन, आमेगा-3, ओमेगा-6 के साथ कई ऐसे प्राकृषिक पोषक तत्वों का मिश्रण है जो सिर दर्द जैसी घातक बीमारी पर लगाम कसने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। इस सप्लीमेंट में प्रोटीन और ओमेगा भारी मात्रा में पर्याप्त है, जिसका सेवन करना आजकल के भागदौड़ और व्यस्त जीवन में सबके लिए जरूरी है। इसे पानी, दूध, शेक्स या फिर किसी भी तरलीय पदार्थ के साथ स्मूथी के तौर पर लिया जा सकता है।
थाइराइड से छुटकारा दिलाता है प्रोटीओमेगा, रखता है स्वस्थ
By Rashmi Upadhyay12:03 AM#disease, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #ProtiOmega, #ThyroidNo comments
वर्तमान समय में अति व्यस्त, तनावपूर्ण जीवनशैली और दूषित खानपान के कारण मानो लोगों का बीमारियों के साथ रिश्ता सा जुड़ गया है। अनियमित और प्रोटीन रहित खानपात के चलते होने वाली बीमारियों में थाइराइड नामक जानलेवा बीमारी भी शामिल है। थाइराइड उन गंभीर बीमारियों में से एक है जिसकी चपेट में आते ही पीड़ित को जीवन से ज्यादा मौत प्यारी लगने लगती है।
क्या है थाइराइड
थाइराइड ऐसी बीमारी है जो गर्दन और स्वर तंत्र की तरफ तितली के आकार में होती है। हालांकि थायराइड दो तरह का होता है। हाइपरथायराइडिज्म और हाइपोथायराइड। यह रोेग लगते ही वजन का बढ़ना और कम होना, बालों का झड़ना, महिलाओं के पीरियड्स में अनियमितता आना, थकान महसूस होना और डिप्रेशन जैसे खतरनाक लक्षण शामिल हैं। यह रोग महिलाओं में अधिक घर करता है।
कैसे बचें इससे
लगभग 99.9 बीमारियां हमारे खानपान पर निर्भर करती हैं। जब तक हम अपने खानपान में प्रोटीन की अधिक से अधिक मात्रा को शामिल नहीं करेंगे तक हम किसी भी कीमत पर स्वस्थ नहीं रह सकते। लेकिन व्यस्त जीवनशैली होने के चलते किसी के पास इतना वक्त नहीं है कि वह प्रोटीन के पीछे भागे।
इसलिए हम आपकी इस समस्या को दूर करने के लिए आपको Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट से रूबरू करा रहें हैं। इस सप्लीमेंट में प्रोटीन, आमेगा-3, ओमेगा-6 के साथ कई ऐसे प्राकृषिक पोषक तत्वों को मिश्रण है जो थाइराइड जैसी लाखों जानलेवा बीमारियों के लिए रामबाण साबित हो चुका है।
थाइराइड के लिए सिर्फ प्रोटीओमेगा ही क्यों?
अगर आप या आपके कोई परिजन थाइराइड के पीड़ित हैं और आप डॉक्टर से उनके लिए आहार तालिका बनाएंगे तो वो आहार तालिका में विटामिन, प्रोटीन और फाइबरयुक्त आहार का ज्यादा मात्रा में सेवन करने के लिए कहेंगे। जो कि Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट में प्रचुर मात्रा में पर्याप्त है। इसकी खास बात यह है कि इस सप्लीमेंट में 0.1 प्रतिशत भी किसी कैमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है। इसे किसी भी तरलीय पदार्थ जैसे पानी, दूध या शेक्स के साथ स्मूथी के तौर पर लिया जा सकता है।
Tuesday, July 26, 2016
ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात दिलाता है प्रोटीओमेगा
By Rashmi Upadhyay5:06 AM#disease, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #OMEGA-3 #OMEGA-6, #protein, #ProtiOmegaNo comments
भागमभाग और तनाव भरी जिंदगी के चलते ब्लड प्रेशर का हाई और लो होने को अक्सर लोग एक आम बात कहते हैं। जबकि ब्लड प्रेशर का हाई या लो होना कोई आम बात नहीं बल्कि भविष्य में होने वाली कई बिमारियों का सूचक है। सबसे गंभीर बात यह है कि ब्लड प्रेशर की बीमारी होने से पहले कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, इसलिए इसे आमतौर पर साइलेंट किलर भी कहा जाता है।
ब्लड प्रेशर और प्रोटीओमेगा
व्यस्त जीवनशैली के चलते आज के समय में चाहते हुए कोई अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। जबकि सच यह है कि ब्लड प्रेशर का हाई और लोे होना हमारे खानपान पर निर्भर करता है। व्यक्ति अगर अपने खानपान में लापरवाही बरतेगा और अपने आहार में प्रोटीन को शामिल नहीं करेगा तो ब्लड प्रेशर का स्तर बिगड़ना लाजमी है। ब्लड के दोनों स्तर ही हमारे लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। क्योंकि लो में ब्लड शरीर के सभी अंगों तक नहीं पहुंच पाता है और हाई होने पर माइग्रेन और दौरे पड़ने का खतरा रहता है।
ब्लड प्रेशर लेवल और व्यस्त जीवनशैली दोनों को काबू करने के लिए Dr.G wellness का प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का सेवन आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। क्योंकि इस सप्लीमेंट में प्रोटीन, ओमेगा-3, ओमेगा-6 के साथ ही कई ऐसे पोषक तत्व शामिल हैं जिनकी हमें स्वस्थ रहने के लिए काफी जरूरत होती है।
मानसून में बढ़ती है कमजोरी, ऐसे बढ़ाएं ताकत-रहें स्वस्थ
By Rashmi Upadhyay2:23 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #monsoon, #protein, #ProtiOmega, #बारिश, healthy-thoughts, skincareNo comments
प्रोटीन मतलब प्रोटीओमेगा
मौसम चाहे कोई भी हो लेकिन शरीर को हर स्थिति में प्रोटीन की जरूरत होती है। क्योंकि शरीर यह नहीं जानता कि मानसून चल रहा है या सर्दी-गर्मी। वैसे तो हमारे सामने प्रोटीन ग्रहण करने के कई विकल्प होते हैं लेकिन समय की कमी के चलते हम लोग उनका सेवन करने में असमर्थ हो जाते हैं।
लेकिन अब आपको प्रोटीन कब और कैसे ले ये सोचने की जरूरत है। क्योंकि हम आपको प्राकृतिक पोषक तत्वों से बना ऐसा सप्लीमेंट बता रहे हैं जिसमें प्रोटीन कूट-कूटकर भरा हुआ है। जी हां, Dr.G wellness का प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट ऐसे प्राकृतिक पोषक तत्वों से बना हुआ है जिसका नियमित सेवन करने से आप बारहों मास स्वस्थ रह सकते हैं।
ऐसा इसलिए क्योंकि प्रोटीओमेगा प्रोटीन और ओमेगा-3,6 के साथ ही कई ऐसे पोषक तत्वों से बना हुआ है जिनकी हमारे शरीर को हर स्थिति में जरूरत होती है। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ लेने से सभी समस्याओं का निपटारा होता है।
Saturday, July 23, 2016
प्रोटीओमेगा से दूर होता है डिप्रेशन, मिलती है शांति
By Rashmi Upadhyay5:38 AM#depression, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #ProtiOmegaNo comments
आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई किसी ना किसी वजह से मानसिक तौर पर परेशान रहता है। जिसका अंतिम पड़ाव डिप्रेशन यानि कि तनाव होता है। आज के दौर में यह रोग युवाओं में अधिक देखने को मिलता है, जिसके 2 कारण होते हैं। पहला- हमारा खानपान और दूसरा- खुद को असफल और अपने प्रतिद्वंदी को सफल होते हुए देखना। हालांकि लोग डिप्रेशन को बहुत मामूली रोग समझकर इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। जबकि डिप्रेशन एक ऐसा रोग है जो हमें बहुत जल्द मौत के दर्शन करा देता है।
कैसे कम होगा डिप्रेशन?
डिप्रेशन को जड़ से खत्म करने के लिए हमें अपने खानपान में प्रोटीन और पोषक तत्वों को विशेष रूप से वरीयता देनी चाहिए। क्योंकि प्रोटीन डिप्रेशन को दूर करने का सबसे सफल और आसान स्रोत है। अब प्रश्न यह उठता है कि भागदौड़ भरी जिंदगी में हम किस तरह से अपने खानपान पर ध्यान दें? अगर आप भी कुछ यहीं सोच रहे हैं तो घबराइए मत। आपकी इस समस्या का समाधान सिर्फ Dr.G Wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट में है। प्रोटीओमेगा प्रोटीन और ओमेगा-3 व ओमेगा-6 से बना ऐसा सप्लीमेंट है जो ना सिर्फ डिप्रेशन को जड़ से खत्म करता है बल्कि यह मानसिक शांति भी देता है।
प्रोटीओमेगा ही क्यों?
प्रोटीओमेगा यानि कि प्रोटीन और ओमेगा का ऐसा सप्लीमेंट है जिसमें इतनी क्षमता है कि यह डिप्रेशन दूर करने के साथ-साथ हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। इस सप्लीमेंट को पानी, दूध या किसी भी तरह के शेक्स के साथ लेने से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में विकास के साथ अनुपूरक अवसाद भी कम होता है।
प्रोटीओमेगा में पाया जाने वाला प्रोटीन, ओमेगा, फैट, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और एनर्जी डिप्रेशन से दिमाग में होनी वाली सिकुड़न को दूर कर मस्तिष्क की कोशिकाओं को खोलता है। जिसके बाद हमारे मस्तिष्क में सोचने-समझने की एक नई संरचना तैयार होती हैं सबसे खास बात यह है इस प्रोटीओमेगा के कोई साइडइफेक्ट नहीं है।