Saturday, July 30, 2016
सावधान! कहीं आप भी तो नहीं पी रहे दूध के नाम पर 'जहर'
By Rashmi Upadhyay12:20 AM#chemicalmilk, #milk, #Milk Hormones, #protein, #ProtiOmega, #दूध, दूध में मिलावटNo comments
दूध अपनी शुद्धता और पवित्रता के लिए जाना जाता है। लेकिन आपको यह कड़वा सच मानना ही पड़ेगा कि आप और आपके बच्चे दूध के नाम पर जहर पी रहे हैं। यह हम नहीं बल्कि हमारी देश की केंद्र सरकार और चेकिंग एजैंसियों का कहना है। हाल ही में एक केंद्र मंत्री ने लोकसभा में कहा था कि देश में बिकने वाले लगभग 68 प्रतिशत दूध के साथ मिलावट की जा रही है। ऐसे में अब आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका दूध कितना प्योर है।
ऐसे होती है दूध में मिलावट
गाय और भैंस दोनों के दूध की अपनी खासियत होती है। गर्मियों में गाय भैंसों के मुकाबले में कम दूध देती है। बावजूद इसके बाजारों में गाय का दूध गर्मियों में भी पर्याप्त मात्रा में मिलता है। दूध में सबसे ज्यादा पानी की मिलावट की जाती है। इसके बाद इसे गाढा और प्राकृतिक सफेद रंग और झाग देने के लिए डिटर्जेंट पाऊडर, कास्टिक सोडा और यूरिया मिलाए जाते हैं।
जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाती तो अंत में इसमें न्यूट्रलाइजर मिलाया जाता है ताकि दूध में खटास पैदा न हो। जब हम इस दूध का सेवन करते हैं तो पेट के साथ ही हम मानिसक तौर पर भी कमजोर होते हैं। यह दूध सीधा हमारी आतों और लीवर को प्रभावित करता है। ऐसे मिलावटी दूध का ज्यादा समय तक सेवन करने से मौत भी हो सकती है।
असली दूध मतलब प्रोटीओमेगा
आमतौर पर बाजारों में मिलने वाले दूध में 85 फीसदी पानी और सिर्फ 15 प्रतिशत दूध की मात्रा होती है। ऐसे मिलावट खोर समय में हम आपको सलाह देंगे कि आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को इस्मेमाल करिए। क्योंकि इसमें न्यूजीलैंड की गाय के दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन को मिलाया गया है। इसके साथ ही इस सप्लीमेंट में प्रोटीन, ओमेगा 3, ओमेगा 6, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन (विटामिन बी-2), फाइबर, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, फैट, एनर्जी समेत कई ऐसे पोषक तत्व शामिल हैं जो हमारी मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
सबसे बड़ी बात यह है प्रोटीओमेगा में शामिल प्रोटीन ऐंटिबॉडीज के रूप में काम करता है और हमारा शरीर में इन्फेक्शन होने से बचाता है। प्रोटीओमेगा हमारे शरीर में दूध की कमी को पूरा करता ही है साथ ही यह आजकल के भागदौड़ भरे समय में हमें आंतरिक शक्ति और ऊर्जा भी प्रदान करता है। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के मिलाकर लिया जा सकता है।
Friday, July 29, 2016
पेट की समस्या से हैं परेशान, तो आजमाएं प्रोटीओमेगा
By Rashmi Upadhyay6:04 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #protein, bloated stomach, liverprotection, stomach problemNo comments
तनाव भरा जीवन, अनियमित और दूषित खानपान के चलते पेट फूलना और कांस्टीपेशन की बीमारी होना कोई हैरानी की बात नहीं है। लेकिन गंभीर बात यह है कि पेट फूलना और कांस्टीपेशन जैसी बीमारियां अकेले नहीं बल्कि अपने साथ कई तरह की बीमारियां साथ लाती हैं। सबसे शर्मिंदगी की बात तब होती है जब आपको बीच-बीच में मजबूरन वॉशरूम जाना पड़ता है।
क्या है इसका उपाय?
अगर इंसान का पेट सही नहीं है तो उसे पूरी तरह से अस्वस्थ कहने में कोई दोराय नहीं है। क्योंकि पेट से ही सभी बीमारियों का उद्भव होता है। इसलिए जरूरी है आप स्ट्रीट फूड या फिर दूषित खानपान को जितना जल्दी हो सके छोड़ कर अपने आहार में प्रोटीन को शामिल करें। इसके लिए आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को इस्तेमाल कर सकते हैं।
इससे आपकी पेट से संबंधित सभी बीमारियां दूर होने के साथ ही आपका लीवर, किडनी और आंते सभी स्वस्थ रहेंगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट में प्रोटीन के साथ ही ओमेगा- 3, ओमेगा- 6, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई पोषक तत्व मौजूद हैं। यह सप्लीमेंट ऐसे प्राकृतिक तत्वों का मिश्रण है जो से संबंधित सभी बीमारियों के लिए रामबाण है। इसे पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ स्मूथी के तौर पर लिया जा सकता है।
बरसात में ज्यादातर होती हैं ये बीमारियां, ऐसे करें बचाव
By Rashmi Upadhyay5:38 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #protein, #ProtiOmega, #प्रोटीओमेगा, #बरसात, water diseasesNo comments
बरसात को बीमारियों का घर कहा जाता है। बरसात आते ही साफ-सफाई और स्वच्छ जल के अभाव में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। जिसके चलते जरा सी लापरवाही बरतते ही हम बीमार पड़ जाते हैं। बरसात के मौसम में गंदे और दूषित पानी का सेवन करने से सबसे ज्यादा टाइफाइड, पीलिया, डायरिया, उल्टी, दस्त, बुखार, मलेरिया, कॉलरा और किडनी इंफेक्शन जैसी घातक बीमारी होती है। इसलिए ऐसे मौसम में जरूरी होता है कि हम अपने खानपान पर गंभीर रूप से ध्यान दें।
सावधान! कहीं आप भी तो नहीं ले रहे आर्टिफिशल स्वीटनर
अगर आप की व्यस्त जीवनशैली और अनयिमित खानपान को अपना रहे हैं तो यह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने आहार में साफ पानी और प्रोटीन के लिए Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को शामिल करें। प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट में प्रोटीन के साथ ही ओमेगा- 3, ओमेगा- 6, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई पोषक तत्व मौजूद हैं। यह सप्लीमेंट ऐसे प्राकृतिक तत्वों का मिश्रण है जो ऐसे मौसम में बीमारियों से लड़ने में आपकी मदद करेगा और आपके लीवर को मजबूत होगा।
सावधान! कहीं आप भी तो नहीं ले रहे आर्टिफिशल स्वीटनर?
By Rashmi Upadhyay4:22 AM#artificial sweetner, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #protein, #ProtiOmegaNo comments
व्यस्त जीवनशैली और अनियमित खानपान के चलते अक्सर लोग यह सोच पर सप्लमेंट लेते हैं ताकि उनके शरीर में प्रोटीन की मात्रा कम ना हो। लेकिन कई बार हम लोग जानकारी के अभाव में गलत चीजों का चयन कर लेते हैं। क्या आप जानते हैं कि आजकल मार्किट में बिजनेस को लेकर इतनी होड़ है कि व्यापारी टेस्ट बढ़ाने के लिए लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने में जरा भी नहीं कतराते हैं?
क्या आप जानते हैं आजकल बाजार में लगभग आधे से ज्यादा ऐसे सप्लीमेंट और स्वीटनर मिल रहे हैं जिनमें सिर्फ कैमिकल और आर्टिफिशल स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है? अगर आप अब यह सोच रहे हैं कि यह खबर आपके लिए नहीं है क्योंकि आप तो हमेशा ब्रेंडिड उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है। क्योंकि मिलावट सिर्फ रोड छाप या नकली चीजों के साथ ही नहीं बल्कि कई बार ब्रेंडिड चीजों में भी देखने को मिलती है। बस फर्क यह होता है इसे हम लोग मानते नहीं हैं।
क्या है इनके दुष्प्रभाव
आर्टिफिशल स्वीटनर को डॉक्टरों की भाषा में सफेद जहर कहा जाता है। जिसके चलते सेहत बनाने के नाम पर ऐसे सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने पर हम या हमारे बच्चे ना सिर्फ बाहरी तौर से बीमार पड़ते हैं बल्कि ऐसे सप्लीमेंट हमारी आंते और लीवर तक को खोखला कर देते हैं।
प्रोटीओमेगा है सही विकल्प
अगर आप समय पर खाना खा पाने में अक्सर असमर्थ रहते हैं तो इस स्थिति में बहुत़ जरूरी है कि आप अलग से प्रोटीन लें। Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट आपकी इस समस्या का हल है। यह एक ऐसा सप्लीमेंट है जिसमें प्रोटीन के साथ ही ओमेगा- 3, ओमेगा- 6, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई पोषक तत्व भी मौजूद हैं। यह सप्लीमेंट ऐसे प्राकृतिक तत्वों का मिश्रण है जो आपके लीवर को मजबूत करने के साथ ही आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
प्रोटीओमेगा की खासियत यह है कि यह सभी साइंटिफिक लैब द्वारा प्रमाणित है कि इसमें किसी भी तरह के कैमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है। प्रोटीओमेेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप अपने लीवर सहित पूरे शरीर को उम्रभर के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
गर्भवती हैं तो प्रोटीओमेगा को कीजिए आहार में शामिल
By Rashmi Upadhyay12:58 AM#newbornbaby, #pregnantlady, #protein, #ProtiOmega, pregnant ladyNo comments
गर्भवती होने के दौरान एक महिला को जिस चीज का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए वह है उसका खानपान। क्योंकि खानपान ही वह एकमात्र स्त्रोत है जिससे ना सिर्फ आप बल्कि आपका आने वाला शिशु भी स्वस्थ और विकसित पैदा होता है। आज के समय में ज्यादातर महिलाएं वर्किंग हैं। जिसके चलते वह सिर्फ लास्ट के सातवें, आठवें और नवें महीने में ही आॅफिस से लीव लेती हैं। ऐसे में भागदौड़ भरी जिंदगी में अयनियमित खानपान और आहार में प्रोटीन की कमी होना आम बात हो जाती है।
अगर आप भी गर्भावस्था के दौरान कुछ इसी तरह की जीवनशैली अपना रही हैं तो यह आपके आने वाले शिशु के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। क्योंकि आपके खानपान का सीधा असर आपके शिशु पर पड़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट को लेना शुरू करें।
इसमें प्रोटीन, ओमेगे-3, ओमेगा-6, फाबर, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट के साथ ही कई ऐसे पोषक तत्व हैं जिन्हें गर्भावस्था के दौरान लेना जरूरी होता है। सबसे अच्छी बात यह है कि व्यस्त जीवन के दौरान प्रोटीओमेगा को लेकर आप पूरी तरह से प्रोटीन का सेवन कर सकती हैं। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जा सकता है।
Thursday, July 28, 2016
#ORSDAY : अक्सर डायरिया बनता है शिशुओं की मौत का कारण!
By Rashmi Upadhyay11:35 PM#newbornbaby, #ORS Day, #ORSDAY, #ओआरएसडे, dehydration, diarrhea, Re-hydrationNo comments
आज अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर #ORSDAY मनाया जा रहा है। इन खास दिन को मनाने का मकसद शिशुओं को कुपोषण और डायरिया की चपेट से बचाना और समाज में जागरुकता फैलाना है। दरअसल, जब शरीर में पानी और लवण की कमी होने लगती है तो डायरिया हो जाता है। यह इतना भयानक रोग है जो अगर एक बार बिगड़ गया तो इससे सीधा शिशु की मौत हो जाती है। डायरिया अक्सर 5 साल की उम्र से कम के शिशुओं को होता है।
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए सिर्फ प्रोटीओमेगा
पोषक तत्वों का अभाव
डायरिया अक्सर उन शिशुओं को होता है जिनकी मां गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन, आयरन, फाइबर और अन्य पोषक तत्व लेने से परहेज करती हैं। जिसके चलते शिशुओं का सम्पूर्ण विकास नहीं हो पाता और वह पैदा होते ही डायरिया जैसे जानलेवा बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। डायरिया चार तरह का होता है। क्रॉनिक डायरिया, एक्यूट इंटरेटाइटिस, गैस्टरोइंटरेटाइटिस और डिसेंट्री।
डायरिया अक्सर बरसात के मौसम में होता है। क्योंकि ऐसे मौसम में साफ सफाई का अभाव रहता है और गंदगी डायरिया होने का सबसे बड़ा कारण है। डायरिया होने का एक बड़ा कारण अज्ञानता का अभाव भी है। ज्यातादार लोगों को यह पता ही नहीं होता कि शिशुओं को पैदा होते ही दस्त और उल्टियां होने के क्या कारण हैं? जिसके चलते कई बार ऐसा होता है कि अभिभावक डायरिया के लक्षणों और कारणों को समझने के अभाव में अपने बच्चे को खो देते हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं डायरिया के लक्षण, कारण और इससे बचाव।
क्या आप भी अक्सर कमजोरी और थकान महसूस करते हैं?
डायरिया होने के कारण
1) शरीर में पानी की कमी
2) गंदा पानी पीना
3) साफ-सफाई का अभाव
4) आंत की गड़बड़ी
5) खाने में प्रोटीन और पोषक तत्वों का अभाव
6) ज्यादा तैराकी करना
7) पाचन तंत्र कमजोर होना
8) किसी दवाई से रिएक्शन होना
डायरिया के लक्षण
1) जल्दी-जल्दी दस्त आना
2) पेट में दर्द होना
3) पेट में कुछ घूमने जैसा महसूस करना
4) उल्टी आना
5) चक्कर आना
6) तेज बुखार होना
7) कमजोरी महसूस होना
8) चिड़चिड़ा महसूस होना
मानसून में बढ़ती है कमजोरी, ऐसे बढ़ाएं ताकत
डायरिया से बचाव
ठंड से बचाव ना होने पर बच्चों को जल्दी डायरिया हो जाता है। ऐसी स्थिति में अगर बच्चों को तुंरत अच्छे अस्पताल ले जाया जाए स्थिति पर काबू पाया जा सकता है। इसके साथ बच्चे और मां दोनों का साफ रहना भी बहुत जरूरी है। शुरुआती 1 साल तक शिशुओं का सिर्फ मां का दूध पिलाएं। इसके बाद अगर बच्चा कुछ खाता है तो ध्यान रखें कि वह प्रोटीन और पोषक तत्वों से लैस हो। इस बात का जरूर ध्यान रखें कि बच्चे की शरीर में किसी की कीमत पर पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। ऐसी स्थिति में डीहाईड्रेशन होने के चांस होते हैं।
ऐसे जानें आपका लीवर सही है या नहीं!
By Rashmi Upadhyay5:33 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #healthcare, #healthtips, #liver, #protein, #ProtiOmega, liverprotectionNo comments
लीवर हमारे शरीर का जितना महत्वपूर्ण अंग है उतना ही यह संवेदनशील भी है। लीवर के खराब होते ही खाना पचाने में दिक्कतें आने के साथ ही हम कई तरह से बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। दरअसल जब लोग जरूरत से ज्यादा मोटे या पतले होते हैं तो वह खुद को फिट रखने के सपने से बाजारों में मिलने वाले तरह-तरह के सप्लीमेंट इस्तेमाल करते हैं। जिसमें अक्सर अक्सर जरूरत से ज्यादा लेड और पोटैशियम की मात्रा होने के चलते हमारे लीवर को नुकसान होना शुरू हो जाता है।
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हमें एक हेल्दी डाइट की जरूरत होती है। जो आजकल भागदौड़ और अनियमित खानपान के चलते पूरी नहीं हो पा रही है। अगर आप ज्यादा व्यस्त रहते हैं और प्रोटीन की पहुंच से दूर हैं तो आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का प्रयोग कर सकते हैं।
इस सप्लीमेंट में ऐसे प्राकृतिक तत्वों का मिश्रण है जो लीवर को मजबूत करने में मदद करता है। इसके अलावा इस सप्लीमेंट में प्रोटीन के साथ ही ओमेगा- 3 और 6, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई पोषक तत्व भी मौजूद हैं। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप अपने लीवर को उम्रभर के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हमें एक हेल्दी डाइट की जरूरत होती है। जो आजकल भागदौड़ और अनियमित खानपान के चलते पूरी नहीं हो पा रही है। अगर आप ज्यादा व्यस्त रहते हैं और प्रोटीन की पहुंच से दूर हैं तो आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का प्रयोग कर सकते हैं।
इस सप्लीमेंट में ऐसे प्राकृतिक तत्वों का मिश्रण है जो लीवर को मजबूत करने में मदद करता है। इसके अलावा इस सप्लीमेंट में प्रोटीन के साथ ही ओमेगा- 3 और 6, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई पोषक तत्व भी मौजूद हैं। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप अपने लीवर को उम्रभर के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
मोटापा बढ़ने के इस कारण को जानकर हैरान रह जाएंगे आप!
By Rashmi Upadhyay4:23 AM#Dr.G, #Dr.Gwellness, #healthcare, #healthtips, #heartattack, #lifestylediseases, #obesity, #protein, #ProtiOmega, overweightNo comments
आज के समय में हमारे देश में करीब 80 फीसदी लोग मोटापे से परेशान हैं। मोटापा ना सिर्फ आपकी पर्सनेलिटी को खराब करता है बल्कि यहीं से सभी बीमारियों की शुरुआत भी होती है। अक्सर लोेगों की शिकायत होती है कि तमाम प्रयासों के बावजूद उनका मोटापा नहीं घट रहा है।
मोटापे का सीधा कारण हमारा अनियमित खानपान, खराब जीवनशैली और तनाव भरा जीवन है। जी हां, ना सिर्फ तले-भुने खानपान बल्कि तनाव लेने से भी मोटापा बढ़ता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने आहार में अधिक से अधिक मात्रा में प्रोटीन और फाइबर को शामिल करेंं।
क्या आप भी अक्सर कमजोरी और थकान महसूस करते हैं?
प्रोटीन के सेवन से हमें एनर्जी मिलती है और यह हमारे शरीर से एक्सट्रा फैट को कम करके हमारा मेटाबालिज्म बढ़ता है। प्रोटीन लेने के लिए आप Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें प्रोटीन के साथ ही ओमेगा, आयरन, कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई ऐसे तत्व मौजूद हैं जो आपके शरीर से एक्सट्रा फैट को बर्न करके एक सुडोल शरीर प्रदान करता है। इसकी खासियत यह है कि इसका सेवन करना बहुत आसान है। प्रोटीओमेगा को पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रह सकते हैं।
क्या आप भी अक्सर कमजोरी और थकान महसूस करते हैं?
By Rashmi Upadhyay3:57 AM#depression, #Dr.G, #Dr.Gwellness, #health benefits, #healthcare, #healthtips, #protein, #ProtiOmega, #weaknessNo comments
कमजोरी, थकान और तनाव होना आज के समय में लगभग हर किसी की शिकायत रहती है। अक्सर हम लोग इसे अपने काम और प्रैसर से जोड़ते हैं, जबकि शरीर में कमजोरी और थकान महसून होना पूरी तरह से हमारे खानपान और शरीर के आराम पर निर्भर करता है।
घरेलू महिलाएं अक्सर घर का काम और घर के सदस्यों की मांगे पूरी करने में रह जाती है। सुबह से शाम तक सबके काम करते-करते वह खुद की सेहत पर ध्यान देना भूल जाती है और अनियमित खानपान की आदि हो जाती है।
इसलिए आजकल ज्यादा हो रहा है फेफड़ों में कैंसर
कमजोर का इलाज सिर्फ प्रोटीओमेगा
कमजोरी से निजात पाना और स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा और सरल तरीका है आप अपने खानपान में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन और फाइबर को शामिल करें। लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वह प्रोटीन की तलाश करें। इसलिए हम आपको Dr.G wellness के प्रोटीओमेगा सप्लीमेंट के बारे में बता रहे हैं। इसमें प्रोटीन और ओमेगा के साथ ही ऐसे पोषक तत्व शामिल हैं जो आपकी मांसपेशियों को अंदर से मजबूत करने के साथ आपको एक स्वस्थ शरीर प्रदान करते हैं।
प्रोटीओमेगा का सेवन करना भी बहुत आसान है। इसे पानी, दूध या फिर किसी भी शेक्स के साथ मिलाकर लिया जाता है। सिर्फ 5 मिनट में प्रोटीओमेगा का सेवन पर आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रह सकते हैं।